Best 65+ New Khamoshi Shayari in Hindi 2024
Khamoshi Shayari in Hindi: जब कोई बहुत दुखी होता है, तो वह शायद कुछ न कहे, लेकिन उसकी खामोशी बहुत कुछ बता सकती है कि वह कैसा महसूस कर रहा है। जब कोई व्यक्ति दिल टूटा हुआ महसूस करता है, तो ऐसा लगता है कि वह एक शांत जगह में प्रवेश कर गया है जहाँ वह अपनी सारी उदासी और आहत भावनाओं को समेटे हुए है। कभी-कभी, लोग अंदर से दुखी होते हैं लेकिन अपनी भावनाओं को साझा करना नहीं जानते।
अगर आप शायरी नामक खूबसूरत कविताओं का उपयोग करके अपने दिल की बात व्यक्त करना चाहते हैं, तो हमारे पास कुछ बहुत अच्छी शायरियाँ हैं जो आपकी भावनाओं को साझा करने में आपकी मदद कर सकती हैं।
Khamoshi Shayari
ख़ामोश हो जा ऐ दिल ,यहां अब तेरा काम नही
लब तो कब से ख़ामोश है,लब पे तेरा अब नाम नही !!
मेरी ख़ामोशी में सन्नाटा भी हैं और शोर भी हैं
तूने गौर से नहीं देखा, इन आखों में कुछ और भी हैं !!
अग़र मोहब्बत नही थी तो फक़त एक बार बताया तो होता
ये कम्बख़त दिल तुम्हारी ख़ामोशी को इश्क़ समझ बैठा !!
उसे बेचैन कर जाऊंगा मैं भी
ख़ामोशी से गुजर जाऊंगा मैं भी !!
चलो अब जाने भी दो, क्या करोगे दास्ताँ सुनकर
ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं, और बयाँ हम से होगा नहीं !!
आंखों से बात करना कोई उनसे सीखे
खामोश रहकर भी बातें करना उनसे सीखे !!
Rishte Khamoshi Shayari
बोलने से जब अपने रूठ जाए
तब खामोशी को अपनी ताकत बनाएं !!
लोग कहते है कि वो बड़ा सयाना है
उन्हें क्या पता खामोशी से उसका रिश्ता पुराना है !!
उसने कुछ कहा भी नहीं और मेरी बात हो गई
बड़ी अच्छी तरह से उसकी खामोशी से मुलाक़ात हो गई !!
मैंने अपनी एक ऐसी दुनिया बसाई है
जिसमें एक तरफ खामोशी और दूसरी तरफ तन्हाई है !!
कैसे कह दूँ मैं सपनों को जीने की ख़्वाहिश नहीं
हाँ मैं ख़ामोश रहती हूँ पर मन ही मन बोलती हूँ !!
कभी हम भी कहते फिरते थे इश्क की बातें
आज खुद पे एहसास हुआ तो हमें खामोशियाँ रास आ गयी !!
Waqt Khamoshi Shayari
उसने कुछ इस तरह से की बेवफाई
मेरे लबो को खामोशी ही रास आई !!
तेरा चुप रहना मेरे ज़हन में क्या बैठ गया
इतनी आवाज़ें तुझे दीं कि गला बैठ गया !!
अजीब है मेरा अकेलापन, न खुश हु
न उदास हूँ, बस अकेला हु और खामोश हूँ !!
दर्द हद से ज्यादा हो तो आवाज छीन लेती है
ऐ दोस्त, कोई खामोशी बेवजह नहीं होती है !!
सांसें शोर मचा रही है, जुबां बिल्कुल खामोश है
दोनों के बीच की लड़ाई में न जाने किसका दोष है !!
प्यार की जुबान खामोश होती है
फिर भी सब कुछ बोल देती है !!
Heart Touching Khamoshi Shayari
मेरे ख्यालों में वो रहती है, मुझे अपना वो कहती है
फिर भी कभी-कभी, वो खामोश रहती है !!
उसकी खामोशी में कुछ बात है, दिल में बहुत आवाज है
बाहर से चुप है वो, पर दिल में छुपी कोई बात है !!
अच्छा करते है वो लोग जो मोहब्बत का इज़हार नहीं करते
ख़ामोशी से मर जाते है मगर किसी को बदनाम नहीं करते !!
शब-ए-हिज्रां बुझा बैठी हूँ मैं सारे सितारे पर
कोई फ़ानूस रौशन है ख़मोशी से मेरे अंदर !!
ख़ामोशी से जब तुम भर जाओगे
चीख लेना थोडा वरना मर जाओगे !!
गौर से सुनेगा तो एक शोर सुनाई देगा
खामोश जुबां से कुछ और सुनाई देगा !!
2 Line Khamoshi Shayari
उसकी कई बात चुभती है तीर की तरह
पर चुप रहती हूं मैं बेजान तस्वीर की तरह !!
राज खोल देते हैं, नाजुक से इशारे कितनी ख़ामोश अक्सर
मोहब्बत की जुबान होती हैं खामोशी शायरी !!
प्यार में बहुत कुछ सहना पड़ता है
कभी-कभी खामोश रहना पड़ता है !!
बेपनाह प्यार है तुमसे, जीवन निसार है तुमपे
खामोश न रहो न तुम, ये सांसें चलती है तुमसे !!
कैसी है ये मोहब्बत कैसा ये प्यार है
एक तरफ है ख़ामोशी एक तरफ इंतज़ार है !!
वो है ख़ामोश तो यूँ लगता है
हम से रब रूठ गया हो जैसे !!
Khamoshi Shayari in Hindi
वक्त तुम्हारे ख़िलाफ़ हो तो खामोश हो जाना
कोई छीन नहीं सकता जो तेरे नसीब में है पाना !!
वक्त तुम्हारे ख़िलाफ़ हो तो खामोश हो जाना
कोई छीन नहीं सकता जो तेरे नसीब में है पाना !!
जब कोई बाहर से खामोश होता है
तो अंदर बहुत ज्यादा शोर होता हैं !!
हम तो यूँ ही ख़ामोश थे पर तुम खफ़ा मान बैठे
हमें फासला नहीं दिखता और तुम जुदा मान बैठे !!
ख़ामोशी में आवाज़ का किरदार कोई है
जो बोलता रहता है लगातार, कोई है !!
Shayari on Khamoshi
उनकी निगाहें बहुत कुछ कहती है
पर जुबां अक्सर खामोश रहती है !!
बहुत अलग सा है मेरे इश्क़ का हाल
तेरी एक ख़ामोशी और मेरे लाखों सवाल !!
एक अरसे से ख़ामोश हैं ये निग़ाहें मेरी
बयाँ करें आँखों से ऐसा कुछ बचा ही नहीं !!
हम लबों से कह न पाए उन से हाल-ए-दिल कभी
और वो समझे नहीं ये ख़ामुशी क्या चीज़ है !!
चुभता तो बहुत कुछ हैं मुझे भी तीर की तरह
लेकिन खामोश रहता हूँ तेरे साये की तरह !!
Khamoshi Alfaaz Shayari
कुछ दिनों से बेज़ार होते जा रहा हूँ मैं
यार बहुत हुआ अब ख़ामोश होने जा रहा हूँ !!
ख़ामोश शहर की चीखती राते
सब चुप हैं पर, कहने को है कई बातें !!
सोचा था की ख़ामोश रहकर हर जंग जीत लेंगे
क्या पता था कि लोग उसका भी गलत मतलब निकाल लेंगे !!
कभी ख़ामोश बैठोगे, कभी कुछ गुनगुनाओगे
हम उतना याद आयेंगे, जितना तुम हमें भुलाओगे !!
मेरे रूठ जाने से अब उनको कोई फर्क नहीं पड़ता
बेचैन कर देती थी कभी जिस को ख़ामोशी मेरी !!
Khamoshi Par Shayari
मेरी खामोशी देखकर मुझसे ये जमाना बोला कि
तेरी संजीदगी बताती है तुझे हँसने का शोक था कभी !!
जब ख़ामोश आखों से बात होती हैं
ऐसे ही मोहब्बत की शुरूआत होती हैं !!
लब तो खामोश रहेंगे ये वादा है मेरा तुमसे
अगर कह बैठी कुछ निगाहें तो खफा मत होना !!
खामोशी और उदासी भरी एक शाम आएगी
मेरी एक तस्वीर सम्भाल कर रखना तुम्हारे काम आएगी !!
दिल की धड़कने हमेशा कुछ-न-कुछ कहती हैं
कोई सुने या न सुने ये ख़ामोश नहीं रहती हैं !!
Dard Khamoshi Shayari
ख़ामोशी को इख़्तियार कर लेना
अपने दिल को थोड़ा बेकरार कर लेना
जिन्दगी का असली दर्द लेना हो तो
बस किसी से बेपनाह प्यार कर लेना !!
जज्बात कहते हैं, खामोशी से बसर हो जाएँ
दर्द की मर्जी हैं कि दुनिया को खबर हो जाएँ !!
मेरी खामोशियों में भी फसाना ढूँढ लेती है
बड़ी शातिर है ये दुनिया
मजा लेने का बहाना भी ढ़ूँढ लेती है !!
वो है ख़ामोश तो यूँ लगता है
हम से रब रूठ गया हो जैसे !!
तुमसे ज्यादा तुम्हारे ख्यालों ने सताया है
बातों का अफ़सोस नहीं तेरी ख़ामोशी ने रुलाया है !!
Teri Khamoshi Shayari
जरा ख्याल की जिए मर न जाऊँ कहीँ
बहुत जहरीली है तेरी ख़ामोशी मैं पी न जाऊँ कहीँ !!
लोगों की परवाह नहीं तेरी ख़ामोशी का डर है
तू ही मेरी दुनिया है तू ही मेरा घर है !!
तुम खामोश हो पर तुम्हारा दिल बोल रहा है
तुम्हारे खामोश होने का हर राज खोल रहा है !!
दिल की बात कैसे समझाऊं
तेरी खामोशी कैसे मिटाऊं !!
तेरी खामोशी, अगर तेरी मजबूरी है
तो रहने दे इश्क कौन सा जरूरी है !!
Khamoshi Shayari in English
Bahut Alag Sa Hai Mere Ishq Ka Haal
Uski Khamoshi Aur Mere Lakhon Savaal.
Kin Laphjo Mein Likhu Me Tere Intajaar Ko
Gumnaam Ishq Hai Dhoondta Hai Khamoshi Se Tujhe.
Dekh Kar Tasveer Usaki Chehara Ashkon Se Bhar Jaata Hai
Samandar Aankhon Ka Yuhi Khamoshi Se Bah Jaata Hai.
Baad Muddat Ke Khamosh Hue Hai Yun Hi Rehne Do
Nahi Karna Mujhe Naam Hamain Badanaam Hi Rehne Do.
Saanson Ko Chhalni, Jigar Ko Paar Karati Hai
Khamoshi Bhi, Bade Salike Se Waar Karti Hai.