Best 70+ New Waqt Shayari in Hindi 2024
Waqt Shayari in Hindi: वक्त एक जादुई घड़ी की तरह है जो चलती रहती है। जिस तरह दिन रात में बदल जाता है, उसी तरह वक्त भी हर वक्त बदलता रहता है। कभी-कभी यह हमें खुशी के पल देता है, तो कभी-कभी यह मुश्किल भी हो वक्त है। लेकिन याद रखें, मुश्किल समय के बाद अच्छी चीजें भी आ सकती हैं! इसलिए, वक्त की सराहना करना और उसका सबसे अच्छा उपयोग करना वाकई महत्वपूर्ण है।
अरे दोस्तों! अगर आप चाहें तो कड़ी मेहनत करके अपने बुरे दिनों को अच्छे दिनों में बदल सकते हैं। इस पोस्ट में, हमारे पास वक्त कितना महत्वपूर्ण है, इस बारे में कुछ बहुत अच्छी कविताएँ हैं। तो, अंत तक पढ़ें और हमें कमेंट में बताएं कि आपको क्या लगा! साथ ही, इसे अपने दोस्तों के साथ WhatsApp, Facebook और Telegram पर शेयर करना न भूलें!
Waqt Shayari
कितना भी समेट लो हाथों से फिसलता जरूर है
ये वक्त है साहब बदलता जरूर है !!
वक़्त रेहता नहीं कहीं टिक कर
आदत इसकी भी आदमी सी है !!
ना उसे होश है मेरी ना कोई खबर है
एक दिन वक्त बताएगा तुझे मेरी क्या कदर है !!
बदल जाओ वक्त के साथ या फिर वक्त बदलना सीखो
मजबूरियों को मत कोसों हर हाल में चलना सीखो !!
वो वक्त भी बहुत खास होता है
जब सर पर माता पिता का हाथ होता है !!
लगता था ज़िन्दगी बदलने में वक़्त लगेगा पर
कहाँ पता था बदलता हुआ वक़्त ज़िन्दगी बदल देगा !!
Rishte Waqt Shayari
बदला हुआ वक़्त है, ज़ालिम ज़माना है
यहां मतलबी रिश्ते है, फिर भी निभाना है !!
सच्चे रिश्ते कुछ नहीं माँगते
सिवाए वक़्त और इज्जत के !!
वक़्त बदलने से उतनी तकलीफ नहीं होती
जितनी किसी अपने के बदल जाने से होती है !!
जब हम रिश्तों के लिए वक्त नहीं निकल पाते
तो वक्त हमारे दरमियान से रिश्ते निकाल देता है !!
आँखों की नमी बढ़ गई, बातों के सिलसिले कम हो गए
जनाब ये वक्त बुरा नहीं है, बुरे तो हम हो गए !!
मुझे तो तोहफों मैं अपनो का वक़्त पसंद है
पर आज कल इतने महंगे तोफे देता कौन है !!
Bura Waqt Shayari
एक दिन मेरे साथ बैठ कर वक़्त भी खूब रोया
बोला बन्दा तू ठीक है बस में ही ख़राब चल रहा हूँ !!
कुछ अजीब सा चल रहा है, ये वक्त का सफर
एक गहरी सी खामोशी है खुद के ही अंदर !!
अभी तो थोडा वक्त हैं, उनको आजमाने दो
रो-रोकर पुकारेंगे हमें, हमारा वक्त तो आने दो !!
बुरा वक्त भी क्या कमाल का होता है साहेब
जी जी करने वाले भी तू तू करने लगते हैं !!
दर्द ही हमदर्द बन गया है इस वक़्त
अब खुद अपना हाल बयाँ करने से कतराता हु मै !!
ज़िन्दगी ने मेरे मर्ज का एक कारगर इलाज बताया
वक़्त को दवा काहा और ख्वाहिशों का परहेज़ बताया !!
Waqt Shayari in Hindi
तुम्हारा किया तुम्हे ही बतलाता है
समय आइना जरूर दिखलाता है !!
वक्त कहां रुकता है रूकते तो हम है
कभी किसी लम्हे मे, कभी किसी शख्स में !!
किताबों की अहमियत अपनी जगह है जनाब
सबक वही याद रहता है जो वक्त और लोग सिखाते है !!
वक्त सबको मिलता हैं जिन्दगी बदलने के लिए
पर जिन्दगी दुबारा नही मिलती वक्त बदलने के लिए !!
औरों की मर्जी से कभी जिया नहीं करते
हम वक्त पर अफसोस किया नहीं करते !!
वक्त सब के पास हैं लेकिन हमेशा के लिए नहीं
जो चाहे कर लो आज में ही कल का भरोसा नहीं !!
Zindagi Waqt Shayari
एक और शाम हो गई एक और दिन ढल गया
जिंदगी की किताब से एक और पन्ना निकल गया !!
दिल खोल कर हंसना तो मैं भी चाहता था
जिम्मेदारियों के बीच कभी वक्त ही नही मिला !!
सदा ऐश दौराँ दिखाता नहीं
गया वक़्त फिर हाथ आता नहीं !!
किसी पर नर्म, किसी पर होता है सख्त
कल और था, आज दूसरे का है ये वक्त !!
बादलों की ओट से किसी दिन तो सूरज निकलेगा जरूर
सफर जारी रख जिंदगी का एक दिन तो वक्त बदलेगा जरूर !!
वो जो कपडे बदलने का शौक रखते थे
आखिरी वक्त न कह पाये कफ़न ठीक नही !!
Dard Rishte Waqt Shayari
वक्त नहीं लगता दिल को दिल तक आने में
पर सादिया लग जाती है एक रिश्ता भूलने में !!
बख्शे हम भी न गए बख्शे तुम भी न जाओगे
वक्त जानता है हर चेहरे को बेनकाब करना !!
बुरे वक्त में जो साथ दे वही होते हैं अपने
यू बीच राहों में जो साथ छोड़ दे वो नहीं होते हैं अपने !!
वक्त वक्त पर उन्हें याद करके मेरा वक्त गुजर गया
साथ निभाने का वादा करके वो मुकर गया !!
Status Waqt Shayari
कभी वक्त मिला तो जुल्फें तेरी सुलझा दूंगा
आज उलझा हूं जरा वक्त को सुलझाने में !!
इंसान और वक़्त दोनों एक सामान है
बदलना भी ज़रूरी है और चलना भी !!
वक़्त बदल जाता है इंसान बदल जाते है
वक़्त वक़्त पे रिश्तों के अंदाज़ बदल जाते है !!
वक़्त ने भी हमारा अजीब शिकार किया है
कुछ भी नहीं छोड़ा, हर तरफ से वार किया है !!
Waqt Par Shayari
वक्त मौसम और लोगों की एक ही फितरत होती है
कब कौन और कहाँ बदल जाए कुछ कह नहीं सकते !!
वक़्त से लड़कर जो अपना नसीब बदल दे
इंसान वही जो अपनी तकदीर बदल दे !!
वो खूबसूरत बचपन सबको याद आता है
जो वक्त के साथ यू बीत जाता है !!
जिनके हाथों में हो वक़्त की कलम
अपनी क़िस्मत वो खुद ही लिखा करते है !!
Waqt Gulzar Shayari
इक साल गया इक साल नया है आने को
पर वक़्त का अब भी होश नहीं दीवाने को !!
यूं वक़्त को बर्बाद न किया कर
गर वक़्त चाहे तो तुझे बर्बाद कर देगा !!
हमें हर वक़्त ये एहसास दामन-गीर रहता है
पड़े हैं ढेर सारे काम और मोहलत ज़रा सी है !!
वक़्त हर ज़ख़्म का मरहम तो नहीं बन सकता
दर्द कुछ होते हैं ता-उम्र रुलाने वाले !!
Love Waqt Shayari
कुछ इस कदर खोये हैं तेरे ख्यालो में
कोई वक्त भी पुछता है तो तेरा नाम बता देते है !!
इस बार वक़्त कम मिला साथ वक़्त बिताने को
फिर एक जन्म लेंगे तुमसे मुकम्मल इश्क़ फरमाने को !!
ऐ वक्त, थोड़ा सा ठहर तो जाओ
महबूब को मेरे तुम देखते तो जाओ !!
ये मोहब्बत का फ़साना भी बदल जाएगा
वक़्त के साथ ज़माना भी बदल जाएगा !!
Bura Waqt Shayari 2 Lines
ए वक्त जरा संभल के चल कुछ बुरे
लोगो का कहना है कि तू सबसे बुरा है !!
वो वक्त सी थी जो गुजर गई
और मैं यादों सा था जो ठहर गया !!
तुम ना वक्त के बदलने का इंतज़ार करो
उठो और तब्दीली का रास्ता इख्तियार करो !!
तुझे वक्त के साथ चलना पड़ेगा
जो बदलेगा रूट तो बदलना पड़ेगा !!
Waqt Waqt Ki Baat Hai Shayari
वक्त का खास होना जरूरी नही
खास लोगो के लिए वक्त होना जरूरी है !!
वक़्त सबको मिलता है ज़िंदगी बदलने के लिए
पर ज़िंदगी नहीं मिलती वक़्त बदलने के लिए !!
वक्त की यारी तो हर कोई कर लेता है
मजा तो तब है जब, वक्त बदले और यार न बदले !!
ऐ बुरे वक़्त ज़रा अदब से पेश आ
वक़्त नहीं लगता वक़्त बदलने में !!
Waqt Shayari Attitude
ज़रा सा वक़्त जो बदला तो हम पे हँसने लगे
हमारे काँधे पे सर रख के रोने वाले लोग !!
इतनी जल्दी हार मत मान जिंदगी से
आज वक़्त बुरा है तो कल अच्छा भी होगा !!
वक़्त बहुत कुछ छीन लेता है
खैर मेरी तो सिर्फ़ मुस्कुराहट थी !!
जैसे तुमने वक़्त को हाथ में रोका हो
सच तो ये है तुम आँखों का धोख़ा हो !!
Bure Waqt Ki Shayari
बुरा वक्त ही तो है अपने में छुपे हुए गैर नजर आते हैं
कुछ लोग जो गैर होते है अपने जैसे भा जाते हैं !!
बुरा वक्त तो सबका आता हैं
कोई बिखर जाता हैं कोई निखर जाता है !!
वक्त दिखाई नहीं देता है
पर बहुत कुछ दिखा जाता है !!
इतनी जल्दी हार मत मान जिंदगी से
आज वक़्त बुरा है तो कल अच्छा भी होगा !!
Waqt Shayari in English
Kuch Is Tarah Se Sauda Kiya Mujhase Mere Waqt Ne
Tajurba Dekar Vo Mujh Se Mere Nadaaniyaan Le Gaya.
Dar Nahi Lagta Mujhko Is Raat Ke Andhere Se
Ye to Waqt Ki Paband Hai, Dhal Hee Jae Gi.
Ye Waqt Noor Ko Benoor Kar Deta Hai
Chhote Se Zakhm Ko Naasoor Kar Deta Hai.
Kabhi Khilaaf to Kabhi Saath Hota Hai
Insan Ki Barbadi Mein Waqt Ka Bhi Hath Hota Hai.